सोमवार, 21 दिसंबर 2015

सिर्फ 35 फीसदी खर्च किया बजट का सरकार ने

2015-16 का वित्तीय वर्ष खत्म होने में सिर्फ दो माह बाकी है और खबर आई हे कि गुजरात सरकार अमुनन तमाम विभागों में 35 फिसदी से कम खर्च कर पाई है. अर्थात 65 फिसदी पैसा ऐसा का वैसा पडा रहा है. बजट के एक्सपर्ट बता रहे हैं कि अगले मार्च तक ज्यादा से ज्यादा दस फिसदी खर्च कर सकती है सरकार. जनतंत्र में अगर कोई सरकार लोक कल्याण के कार्यक्रमों के पीछे पेसा खर्च नहीं करती है तो उसे शासन करने का कोई अधिकार नहीं है. इसका मतलब साफ है. आनंदी पटेल के तमाम मंत्री अपनी जेबें भरने में ही व्यस्त है, उन्हे प्रजा कल्याण के कार्यो में कोई दिलचस्पी नहीं है.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें