शुक्रवार, 21 दिसंबर 2012

शुरूआत हरियाणा से करें

हम अक्षय ठाकुर और उसके दरिंदे साथियों के शुक्रगुजार है कि उन्हो ने वह दुष्कर्म इस देश की पाटनगरी में किया जो दुष्कर्म उनके पुरखें हजारों सालों से इस देश की दलित-आदिवासी-मूल निवासी औरतों के साथ गांवों में करते आये हैं. और इस देश की सुष्माओं को आंदोलित किया और कहने पर मजबूर किया कि बलात्कारियों को फांसी की सजा दी जाय. तो शुरुआत हरियाणा से करते हैं. आप की क्या राय है?